- पुलिस के अस्तित्व में आने के बाद यह पहला मौका है, जब थानों में दिन में दो बार होने वाली गणना इन दिनों बंद है। कोरोना संक्रमण के भय से इसमें बदलाव किया गया है। इसके तहत अब थाने के संबंधित कर्मचारियों-अधिकारियों को उनकी ड्यूटी का निर्देश वॉट्सएप के माध्यम से भेजा जा रहा है। पुलिस की ड्यूटी भी 12-12 घंटे के बजाय 8-8 घंटे की तीन शिफ्ट में लगाई जा रही है, ताकि उन पर किसी प्रकार का तनाव हावी न हो।
पुलिस महकमे में अनुशासन के तहत हर थाने में सुबह 10 बजे और शाम को 6 बजे गणना अनिवार्य है। इसमें थाने के सभी स्टाफ का मौजूद रहना जरूरी होता है। गणना के दौरान मौजूद पुलिसकर्मियों को उनकी तैनाती का प्वाइंट और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाते हैं। गणना की जानकारी रजिस्टर में दर्ज भी होती है।
10 से 15 मिनट की इस कवायद के बाद सभी अपनी बीट की तरफ रवाना हो जाते हैं। इस परंपरा में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए बदलाव करना पड़ा है। दरअसल अधिकांश थानों में पुलिस का संख्या बल 50 या उससे अधिक है। ऐसी स्थिति में शारीरिक दूरी के मापदंड का पालन करना संभव नहीं हो पा रहा था। इस वजह से गणना का चार्ट ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों को उनके मोबाइल फोन पर वॉट्सएप के माध्यम से भेजा जा रहा है।
ड्यूटी की अवधि में भी बदलाव
पहले थाने में पुलिकर्मियों की ड्यूटी डे-नाइट के आधार पर दो शिफ्ट में लगती थी। कोरोना संक्रमण की रोकथाम में लगातार फील्ड में रहने के कारण पुलिस कर्मचारी तनाव महसूस करने लगे थे। इस बात को देखते हुए ड्यूटी दो के बजाय 8-8 घंटों की तीन शिफ्ट में कर दी गई है।
इलाके में पेट्रोलिंग के लिए उन्हें मैजिक वाहन भी उपलब्ध कराए गए हैं। हालांकि हर पुलिसकर्मी को संबंधित थाने में जाकर अपनी आमद और वापसी कंप्यूटर में दर्ज कराना अनिवार्य है। इस मामले में डीआईजी इरशाद वली का कहना है कि तीन शिफ्टों में ड्यूटी लगाने और शारीरिक दूरी के मापदंड को देखते हुए गणना फिलहाल स्थगित है। सभी थानों में स्टाफ का वॉट्सएप ग्रुप बना हुआ है। उसमें उनका ड्यूटी चार्ट भेज दिया जाता है।