- भोपाल बाग सेवनिया की महिलाएं राशन की समस्या को लेकर सड़क पर उतर गईं।
बाग सेवनिया में राशन न मिलने से गुस्साई महिलाएं सड़क पर उतरीं, विरोध जताया
भोपाल. कोरोना वायरस के कारण भोपाल लॉकडाउन है। वहीं जिला प्रशासन राशन की होम डिलिवरी कराने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ है। ऐसे में लोग विरोध दर्ज कराने सड़क पर
उतरने लगे हैं। बागसेवनिया में महिलाएं राशन नहीं होने के कारण सड़क पर उतरीं तो बाग मुगालिया एक्सटेंशन में लोगों ने राशन से लदे ट्रक को लूट लिया। राशन नहीं मिलने से समस्या बढ़ती जा रही है।
विरोध को देखते हुए प्रशासन ने अपने आदेश को पलट दिया है। प्रशासन ने 3 अप्रैल से बंद कर दी गईं राशन की दुकानों को लॉकडाउन के दौरान भी खोलने का निर्णय लिया था। खाद्य विभाग ने उपभोक्ताओं को होम डिलीवरी कर राशन पहुंचाने की तैयारी शुरु की थी, लेकिन अब तक कोई प्लॉनिंग नहीं बन पाई। नेहरू नगर में कंट्रोल की दुकान से पांच किलो आटे के लिए सैकड़ों महिलाओं व पुरुषों की भीड़ लग गई थी, इसके बाद कुछ लोगों का राशन मिला था तो कुछ को राशन मिला ही नहीं था। यहां पर सोशल डिस्टेंसिंग की समस्या भी हो गई थी।
- बागमुगालिया में नगर निगम की गाड़ी लूटी
भोपाल के बागमुगालिया एक्सटेंशन में दाल-चावल बांटने एक गाड़ी पहुंची तो झुग्गीवासियों ने सामान लूट लिया। इन लोगों ने ड्राइवर और नगर निगम के स्टाफ के साथ भी
बदतमीजी की और गाड़ी को नुकसान
पहुंचाने का प्रयास किया। लोग सड़कों पर प्रदर्शन करने पर उतारू हो रहे हैं। भोपाल के बाग सेवनिया इलाके में शुक्रवार को ऐसा ही नजारा देखने मिला। प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में लोगों के पास राशन खत्म हो गया है। अगर लॉकडाउन को और बढ़ाए जाने का फैसला होता है तो आने वाले दिनों में और ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
रविवार को खुलेंगी कंट्रोल की दुकानें
जिला प्रशासन ने पीडीएस की दुकानों को रविवार को भी खोलने का निर्णय लिया है। इसके लिए दुकानों के बाहर बैरिकेडिंग कराई जा रही है, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा सके। खाद्य विभाग ने मार्च माह में इन परिवारों को मार्च, अप्रैल और मई माह का राशन बांटा जा रहा है। हालांकि अभी बहुत से परिवार हैं, जो अब तक अपना राशन नहीं ले पाएं हैं, जिसको देखते हुए खाद्य विभाग इन दुकानों को दोबारा से खोलने की तैयारी कर रहा है। यहां से अब गेहूं, चावल और आटा बांटा जाएगा।
- सब्जी राशन के मनमाने दाम लिए जा रहे हैं
जिला स्तर पर लोगों को जो राहत पहुंचाने के प्रयास किए जाए रहे हैं, उससे आम जनता को राहत नहीं मिल रही है। व्यापारी मनमाने दाम वसूल कर रहे हैं। आलू 40 से ज्यादा और प्याज 30 रुपए किलो मिल रही है। अभी तक किराना सामान की होम डिलीवरी सुविधा भी लोगों को सुचारू रूप से नहीं मिल पा रही। प्रशासन ने सभी किराना दुकानदारों को होम डिलीवरी के पास जारी कर दिए हैं।