भोपाल में जिंसी चौराहे पर जनता कर्फ्यू के बीच घूम रहे युवकों को समझाती पुलिस।
प्रशासन ने लोगों से घर में ही रहने की अपील की,वाॅट्सएप के जरिएलोगों कासमर्थन- बस-ट्रेनें बंद रहेंगी,जूनियर डॉक्टर्स ने रुटीन ओपीडी बंद करने की मांग की
भोपाल. कोरोनावायरस के खिलाफरविवार कोभोपाल नेजनता कर्फ्यू का समर्थन किया। शहर के लोगों ने खुद कोक्वारैंटाइन किया। दूध, दवा की दुकानें औरपेट्रोल पंप खुले हुए हैं।इमरजेंसी सेवाएं ही चालू हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूरी तरह से बंद है। सड़कों पर सन्नाटा पसराहै। सुबह लोग मार्निंग वॉक पर भी नहीं गए। अखबार भी तय समय से पहले ही हॉकरों ने वितरित कर दिए।
जिंसी चौकी के पास कुछलोग घर से निकले। पुलिस ने उन्हें रोका और उनसे पूछताछ की।इसके बाद समझाइश देकर उन्हें घर वापस भेजा। इसके बाद भी लोग मानने के लिएतैयार नहीं हैं।
सांची के फैक्ट्री आउटलेट पर मौजूद महेश शर्मा ने बताया कि दूध की किसी तरह की कोई किल्लत नहीं है। शनिवारकोयहां पर लोगों ने लाइन जरूर लगा ली थी। उन लोगों को यह लग रहा था कि दूध नहीं मिलेगा, हम उन्हें समझा रहे थे कि दूध की बंदी नहीं है। दूध मिलेगा फिर भी लोग मान नहीं रहे थे उन्हें लग रहा था कि आज ही ज्यादा ज्यादा दूध भरकर रख लो।
हबीबगंज रेलवे स्टेशन में आज अलग नजारा देखा गया। एक भी पैसेंजर यहां पर नजर नहीं आ रहा है। पांच नंबर की तरफ से स्टेशन को पूरी तरह बंद कर दिया गया है।
प्लेटफार्म नंबर एक पर खड़ी ट्रेन।
भोपाल में अयोध्या नगर बायपास पर सुबह 7 बजे खुले रिलायंस स्टोर को पुलिसकर्मियों ने बंद करवा दिया। गार्ड ने बताया किहम इस समय तक दूध बेचना शुरू कर देते थे लेकिन आज पुलिस वालों ने आकर बंद करवा दिया। बोले- स्टोर नहीं खुलेगा अगर आप लोगों ने खोला तो इसे सील कर दिया जाएगा।
जनता कर्फ्यू के चलते रोजाना कमाने-खाने वाले लोग मुश्किल में हैं। अन्ना नगर के लोग आज बेरोजगार हैं। हर रोज इस समय यह काम पर चले जाते थे, लेकिन आज नहीं जा पाए। शकील कुरैशी, अब्दुल खान, लक्ष्मण महाजन, सुधाकर गिरीश,राम किशोर कुशवाहाकहते हैं कि हमारे लिए बंदी का मतलब बेरोजगारी है।
टी स्टॉल वाली ऐसी जगहें हैं,जहांरोजाना भीड़ लगी होती थी, आज वहां दुकान बंद होने के चलते कोई नजर नहीं आ रहा। इंद्रपुरी के यादव टी स्टॉल में जहां हर रोज करीब400 से 500 लोग इस वक्त चाय का आनंद ले रहे होते हैं, वहां कोई नहीं यही हाल है रायसेन रोड अप्सरा टॉकीज का जहां पर दीपक टी स्टॉल और कमल टी स्टाल का जहां पर लोग सुबह से ही चाय नाश्ते का मजा लेते दिखते थे आज इन दुकानों पर भी सन्नाटा मंदिरों में लोग नहीं दिख रहे। इंद्रपुरी बाजार में स्थित शनि देव और भगवान हनुमान का यह मंदिर आज सुबह से ही खाली पड़ा है।
बैरागढ़ में चाय-नाश्ते तक की दुकानें नहीं खुलीं। लोगों ने पूरी तरह से अपने आपको घरों में बंद कर रखा है। यहा के प्रसिद्ध शिव मंदिर में 22 साल चल रहा हवन आज नहीं हुआ। वहीं संत हिरदाराम की कुटिया में ताला लगा है।
बैरागढ़ के शिव मंदिर के पट आज नहीं खुले।
राजगढ़ में सुबह जनता कर्फ्यू के दौरान बिरसा मुंडा चौराहा बस स्टैंड पर तैनात पुलिस अधिकारी और पुलिसकर्मी ने शहर में घर से बाहर निकल रहे कुछ लोगों को हाथ जोड़कर और फूल देकर कहा आज के दिन आप आराम करें।
राजगढ़ में पुलिस हाथ जोड़कर युवक से घर जाने का कहते हुए।
सीहोर में भी देखा जा रहा जनता कर्फ्यू का असर
जनता कर्फ्यू का असर मध्यप्रदेश के सीहोर में देखा जा हा है। यहां मुख्य बाजार से लेकर सड़को तक सन्नाटा पसरा है। सीहोर जिला मुख्यालय पर बाजारों से लेकर काॅलोनियों तक लोगघरों में हैं। सुबह से सड़कें पूरी तरह सुनसान हैं। यहीहाल आष्टा, इछावर, बुधनी, नसरुल्लागंज, शाहगंज, श्यामपुर, दोराहा में देखने को मिला। कोरोना को लेकर जहां प्रशासन सजग है, वहीं गल्ला मंडी 24 मार्च से 2 अप्रैल तक बंद करने का निर्णय लिया गया है।
- भोपालकलेक्टर ने कहा- एक ही दिन की बात है
- शनिवार को हाट बाजार, फल-सब्जी मंडी, किराया स्टोर जरूरी सामान की दुकानें खुली रहीं। सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं चालू हैं। कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बताया कि घबराएं नहीं, यह व्यवस्था सिर्फ आजरात 9 बजे तक के लिए है। इधर, कोरोनावायरस के संक्रमण से बचने के लिए शहरवासी तैयार हैं। शहर में सर्दी, खांसी और जुकाम समेत सामान्य फ्लू के मरीजों की संख्या खासी में 50 की कमी आई है। बसों और अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बंदी है।
शनिवार को भोपाल के न्यू-मार्केट में दुकानें तो खुलीं, लेकिन सन्नाटा रहा।
जूडा ने कहा- रुटीन ओपीडी बंद करा दें
भोपाल-जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर मेडिकल कॉलेजों में रुटीन ओपीडी को बंद करने, मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स और स्टाफ को अच्छी गुणवत्ता के पीपीई किट, मास्क और सैनिटाइजर मुहैया कराने के साथ ही स्टाफ का हेल्थ इंश्योरेंस कराने की मांग की है। जूडा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सचेत सक्सेना की तरफ से पत्र लिखकर मांग की गई है।