- बड़ी झील का पानी नहाने योग्य भी नहीं, पानी से बीमारियां होने का खतरा
भोपाल. राजधानी की लाइफ लाइन कहे जाने वाले बड़े तालाब में संत नगर और आसपास के क्षेत्रों तक फैले किनारे से गंदा पानी मिल रहा है। इससे भोपाल की लगभग 80 प्रतिशत आबादी को पेयजल सप्लाई की जा रही है। यह पानी पीने योग्य नहीं है, जिससे शहर में बीमारियां होने का खतरा मंडरा रहा है। राजधानी की बड़ी झील से पानी फिल्टर प्लांट से साफ होकर सप्लाई होता है उसी बड़ी झील में कई जगहों से नाले-नालियां का सीवेज सीधे तौर पर तालाब में जा रहा है, जिससे तालाब का पानी प्रदूषित हो रहा है।
गौरतलब है कि इन सब की नगर निगम को जानकारी होने के बाद भी गंदे पानी को रोकने के कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। नई सब्जी मंडी के पीछे, गुलाब उद्यान के पास, सीहोर नाका पुलिया क्षेत्र, राजेन्द्र नगर, इंद्रा नगर, संजय नगर, बेहटा गांव, हलालपुर पुलिया के पास से नालों से बहकर गंदगी तालाब में जा रही है, जो तालाब को प्रदूषित कर रही है। तालाब के साथ-साथ पानी भी दूषित हो रहा है। अगर जल्द ही इसके लिए योजना बनाकर नाले से आने वाले गंदे पानी को नहीं रोका गया तो कई प्रकार की गंभीर बीमारियां फैल सकती हैं।
सीवेज पंप हाउस की प्लानिंग कागजों में सिमटी कर रह गई
उपनगर के कई क्षेत्रों में नालों के पानी को रोकने के लिए सीवेज पंप हाउस की प्लानिंग की गई, पर वो कागजों में ही सिमट कर रह गई। नालों से केवल गंदा पानी ही नहीं बल्कि विभिन्न प्रकार की सामग्री भी सीधे तालाब में जा रही है, जो पानी को जहर बना रही है। इसमें कई प्रकार के केमिकल भी मिल जाते हैं। सीहोर नाके के पास से फैले बड़े तालाब में जानवर गंदगी फैला रहे हैं।
- बड़ा तालाब जो भोपाल की आन, बान, शान है। इससे हजारों घरों में पानी सप्लाई होता है। उसकी देखरेख नहीं होना बहुत ही दु:खद है। यदि ऐसे ही चलता रहा तो आने वाले समय में पानी के लिए लोगों को परेशान होना पड़ेगा।
अनुपम शर्मा, स्थानीय रहवासी
- बड़े तालाब सीहोर नाके पर कई जानवर गंदगी फैला रहे हैं। जबकि इस पानी को राजधानी की हजारों आबादी पी रही है। जरूरी नहीं की फिल्टर के बाद पानी में कीटाणु खत्म हो जाएं। खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ेगा।
संतोष चौकसे, स्थानीय रहवासी
- बड़े तालाब में कई जगहों से सीवेज और नालों का गंदा पानी जा रहा है। कई लोगों द्वारा किनारे से नाला बनाकर गंदा पानी बहाया जा रहा है। इससे भोपाल की झील को काफी नुकसान हो रहा है, लेकिन जिम्मेदारों का इस ओर ध्यान नहीं जा रहा है।
- जगदीश सांवले, स्थानीय रहवासी