मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में बिजली इंजीनियर ने उपभोक्ता को पीटा और बंधक बनाया विरोध में लोगों ने हाईवे पर जाम किया  इंजीनियर निलंबित




  1. मंगलवार को रायसेन  में बिजली कार्यालय में बिल को ठीक करवाने पहुंचा  एक युवक के साथ सहायक इंजीनियर ने की मारपीट और युवक को बंधक भी बनाया आरोपी  इंजीनियर पर कार्रवाई की गई 




रायसेन. शहर के बिजली कार्यालय में मंगलवार को बिल को ठीक करवाने के लिए गएउपभोक्ता अरविंद नाथ के साथ एई सहायक इंजीनियर जावेद मिर्जा बेग ने मारपीट कर दी। इतना ही नहीं, उपभोक्ता को 15 मिनट तक ऑफिस में बंधक भी बनाया गया। जब यह जानकारी लोगों को मिलीतो बड़ी संख्या में भीड़एकत्रित हो गई। एई के खिलाफ मोर्चा खोलकर धरना पर बैठ गए। जब कार्रवाई नहीं हुई तो हाईवे जाम कर दिया गया। मौके पर कोतवाली थाने से पुलिस बल पहुंचा।


 



  1. धरना पर बैठे लोगों को मनाने के लिए बिजली कंपनी के महाप्रबंधक एसएस भदौरिया पहुंचे। उन्होंने 24 घंटे में कार्रवाई का भरोसा दिया। इसके बाद भी लोग ठोस कार्रवाई होने तक उठने को तैयार नहीं हुए। एक घंटे बाद भी कोई कार्रवाई होती नजर नहीं आने पर लोगों ने हाईवे पर आकर जाम लगा दिया। इसके बाद मौके पर एडीएम अनिल डोमोर, एसडीएम मिशा सिंह पहुंचे। उन्होंने बिजली कंपनी के महाप्रबंधक से चर्चा की। इसके बाद एई को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया तब कहीं जाकर आक्रोशित लोग शांत हुए।


मैंने मारपीट नहीं की, उसने ही मेरी गिरेबांपकड़ी- एई
मप्र मध्य क्षेत्र विद्युतवितरण कंपनी रायसेन के एई जावेद मिर्जा बेग का कहना है कि बिजली बिल की रीडिंग की समस्या को लेकर यह उपभोक्ता मेरे पास आया था। मैंने उनसे रीडिंग चेक करवाने की बात कही तो वह मेरे साथ अपशब्दों का उपयोग करने लगे। उसने मेरीगिरेबांपकड़ ली, जिसे मैंने सिर्फ छुड़ाई है। मेरे द्वारा किसी प्रकार की मारपीट नहीं की गई है। मुझपर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे निराधार हैं।



  1. उपभोक्ता का आरोप पहले पीटा, फिर बनाया बंधक
    राहुल नगर में रहने वाले अरविंद नाथ ने बताया कि उनका पुराना मकान 2साल से बंद है। इस मकान का 29 हजार 900 रुपए का बिल भरने का नोटिस दिया गया है। इस बिल के संबंध में जब वह बिजली कार्यालय पहुंचा तो यहां पर एई जावेद मिर्जा बेग को ठीक करने काे कहा तो वे भड़क गए और उन्होंने उसके साथ गाली-गलौच करते हुए मारपीट की। उस पर कुर्सी फेंक कर मारी। कर्मचारियों से गेट बंद करवा कर उसे 15 मिनट तक बंधक बनाकर भी रखा।

  2. स्थिति बिगड़ने पर एई को निलंबित किया गया