- शीतलहर का बच्चों की सेहत पर पड़ सकता है असर,
भोपाल. शहरवासियों को इन दिनों कड़कड़ाती सर्दी का सामना करना पड़ रहा है। साल 2020 की शुरुआत भी कोल्ड-डे से हुई। पांच साल बाद साल की शुरुआत सर्द दिन से हुई है। इसके पहले 2015 की शुरुआत कोल्ड-डे से हुई थी। इस दिन अधिकतम तापमान 14.2 डिग्री दर्ज किया गया था, जो सामान्य से 10 डिग्री कम था। इधर, बढ़ती ठंड में बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए बाल संरक्षण आयोग ने शीतकालीन अवकाश और बढ़ाने की अनुशंसा की है। आयोग ने इस संबंध में कलेक्टर को पत्र लिखा है। आयोग ने कहा है प्रदेश में शीतलहर की स्थिति लगातार बनी हुई है। कोहरा भी छाया हुआ है। ऐसी स्थिति में बच्चों को स्कूल जाने में काफी कठिनाई हो रही है और इससे उनका स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है। आयोग के सदस्य ब्रजेश चौहान के अनुसार मौसम की स्थिति को देखते हुए शीतकालीन अवकाश शीतलहर समाप्त होने तक बढ़ाने की अनुशंसा की गई है।
आज भी ऐसी ही रह सकती है स्थिति
जनवरी की शुरुआत से ही सर्दी के तेवर तीखे नजर आ रहे है। बुधवार को सुबह से ही शहर में कोहरा छाया रहा, साथ ही बादल भी छाए रहे, सर्द हवाओं के कारण लोगों को दिन में भी गर्म कपडे, टोपे लगाकर बाहर निकलना पड़ा। आलम यह था कि दोपहर 12 बजे तक लोगों को दिन में काफी तेज सर्दी का सामना करना पड़ा, दोपहर बाद बादलों के बीच सूरज की लुकाछिपी चलती रही और कुछ पल गुनगुनी धूप भी आती रही, लेकिन मौसम सर्द ही रहा। बुधवार को शहर का अधिकतम तापमान 20.3 और न्यूनतम तापमान 9.7 डिग्री दज किया गया, जबकि मंगलवार को अधिकतम तापमान 18.5 और न्यूनतम 6.7 डिग्री दर्ज किया गया था। मंगलवार के मुकाबले बुधवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन सर्दी का असर बरकरार है।
लगातार दूसरे दिन कोल्ड-डे
शहर में बुधवार को लगातार दूसरे दिन कोल्ड डे रहा, हालाकि मंगलवार के मुकाबले अधिकतम तापमान में डेढ़ डिग्री से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज हुई है, मौसम विज्ञानी एके शुक्ला ने बताया कि अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री कम था, साथ ही न्यूनतम तापमान भी 10 डिग्री से कम दर्ज किया गया, इसलिए इसे कोल्ड डे घोषित किया गया। इसके पहले मंगलवार को भी कोल्ड-डे था।