प्रदेश के मुखिया कमलनाथ बोले- मैं अपनी पार्टी से जुड़े माफियाओं को भी बर्दाश्त नहीं करूंगा चाहे फिर कोई भी हो       

 



  1. मुख्यमंत्री ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर कहा कि मैं किसी को टारगेट नहीं कर रहा हूं



भोपाल/ सीएम के आदेश के बाद मध्यप्रदेश में माफियाओं के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। माफियाओं पर हो रहे कार्रवाई पर बीजेपी का मानना है कि हमारे समर्थकों को सरकार टारगेट कर रही है। माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है। बीजेपी के आरोपों पर सीएम कमलनाथ ने एक कार्यक्रम में उस पर सफाई दी है। उन्होंने साफ किया है कि मैं किसी को टारगेट नहीं कर रहा हूं।



कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में माफियाओं पर कार्रवाई मेरे ही आदेश पर हो रही है। मैं सिर्फ माफियाओं पर कार्रवाई कर रहा हूं। किसी को टारगेट नहीं कर रहा हूं। वह माफिया किसी भी पार्टी से क्यों नहीं जुड़ा हुआ हो, उस पर कार्रवाई होगी। सीएम ने साफ शब्दों में कहा कि अगर माफिया मेरी पार्टी से भी जुड़ा रहेगा तो मैं उसे बर्दाश्त नहीं करूंगा। सभी को चिह्नीत कर कार्रवाई की जा रही है।


सीएम ने कहा कि माफिया का मतलब ब्लैकमेलर होता है। जो लोगों को ब्लैकमेल करे, उनसे वसूली करे। जैसे मध्यप्रदेश में मिलावटी दवाइयों का और ड्रग के माफिया है। ये लोग समाज का नुकसान करते हैं। मैंने अधिकारियों से कहा है कि वैसे लोगों पर कार्रवाई करें जिनमें माफिया कम्पोनेंट हो। जैसे किसी व्यक्ति ने लोगों से फ्लैट लेने के पैसे ले लिए और उन्हें फ्लैट नहीं दे रहा है। फ्लैट खरीदने वाले लोग उनके डर से कहीं शिकायत लेकर नहीं जा रहे हैं, वैसे लोगों पर कार्रवाई करनी है।




  1. एमपी में सीएए स्वीकार नहीं


सीएए पर हालांकि सीएम ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि यह मध्यप्रदेश में लागू नहीं होगा। इस कार्यक्रम के दौरान कमलनाथ ने कहा कि सीएए लोगों को बांटने वाला कानून है। इस कानून को लेकर लोगों में बहुत रोष है, ऐसे में समाज को तोड़ने वाले कानून को हम प्रदेश में लागू नहीं होने देंगे। सीएम कमलनाथ ने जेएनयू पर कहा कि उस विवाद की जड़ तक हमें जाना चाहिए। आखिर कौन लोग हैं इसके पीछे।


बीजेपी को चुनौती
वहीं, बीजेपी के नेता हाल के दिनों फिर से सरकार को अस्थिर करने की बात कहने लगे हैं। इस पर कमलनाथ ने कहा कि मैंने तो कई बार साबित करके दिखा दिया है कि सरकार स्थिर है। लेकिन फिर भी वह कहेंगे तो मैं विधानसभा का विशेष सत्र बुला दूंगा। मगर बीजेपी के लोग कहते ही नहीं हैं सिर्फ वो बोलते रहते हैं। कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी नेताओं को बयानों को देख तो यहीं लगता है कि उनके अंदर ही रेस लगी है।