भोपाल  यातायात पुलिस में  चल रही क्रेन पर चलने वाले प्राइवेट कर्मचारी जम के कर रहे अवैध वसूली



नो-पार्किंग में खड़े वाहनों के मालिकों से यातायात पुलिस की क्रेन पर चलने वाले कर्मचारी लाइसेंस और बीमा के कागजात चेक कर रहे हैं। मोटर व्हीकल एक्ट के तहत इस तरह की कार्रवाई करने का अधिकार ट्रैफिक पुलिस के पास है। लेकिन इनकी अनुपस्थिति में ये क्रेन कर्मी खुद को पुलिस अधिकारी से कम नहीं समझते हैं। इस तरह की कार्रवाई पर कानून के एक छात्र ने सवाल उठाए हैं। साथ ही इसकी शिकायत पुलिस अधिकारियों से भी की है।



  1. शिकायत : पहले नो-पार्किंग में खड़े वाहन उठाकर ले जाते हैं, फिर पुलिस का रौब दिखाकर मांगते हैं राशि


  2. क्या है मामला


नो पार्किंग पर खड़े वाहनों को उठाने के लिए नगर निगम ने 6 क्रेन ट्रैफिक पुलिस के साथ लगाई है। देखने में आया है कि जब ये कर्मचारी नो-पार्किंग से वाहन उठाकर लाते हैं तो इनके साथ ट्रैफिक पुलिस का कोई भी अधिकारी या जवान नहीं होता है। जब वाहन मालिक अपना वाहन ढूंढते हुए इनके पास पहुंचता है तो ये कर्मी उससे बदसलूकी करते हैं। वे अपना रौब दिखाते हुए उसे गाड़ी के कागजात, लाइसेंस और बीमा के दस्तावेज चेक कराने का कहते हैं। इसके बाद शुरू होता है पैसे वसूल करने का तरीका। मोटर व्हीकल एक्ट के तहत नो-पार्किंग में खड़े वाहन मालिक पर 500 रुपए का जुर्माना लगाया जाता है। लेकिन ये कर्मचारी वाहन चालकों से लाइसेंस और बीमा के दस्तावेज दिखाने के लिए कहते हैं। अगर कोई व्यक्ति ये दस्तावेज दिखाने से मना करता है तो वे जुर्माना वसूलने का दबाव बनाते हैं।


 



  1. शहर में ट्रैफिक पुलिस की क्रेन में चलने वाले कर्मचारी न तो यूनिफार्म में होते हैं और न ही इनके पास कोई पहचान पत्र होता है। ये लोग वाहन चालकों से लाइसेंस, बीमा दस्तावेज दिखाने का कहते हैं, जबकि मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई का अधिकार यातायात पुलिस के पास है। लेकिन उनकी अनुपस्थिति में ये कर्मचारी वाहन मालिकों से बदसलूकी करते हैं। इसकी शिकायत गृहमंत्री, गृह सचिव और पुलिस अधिकारियों से की है।           

  2. आर्यन उरमलिया, शिकायतकर्ता


 



  1. नगर निगम से काॅन्ट्रैक्ट के तहत क्रेन चलाई जा रही हैं। इनमें कर्मचारी भी निगम के ही हैं। हम उनका वेरीफिकेशन कराएंगे। 

  2. प्रदीप सिंह चौहान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, यातायात