भोपाल 2020 राजधानी में स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के तहत दो क्वाटर्स तिमाही में हुए सर्वे के परिणाम मंगलवार को घोषित हुए हैं। दूसरी तिमाही जुलाई से सितंबर के परिणामों को लेकर नगर निगम ने आपत्ति दर्ज कराई है। दरअसल, निगम की पहली तिमाही में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में भोपाल को देश में दूसरा स्थान मिला था। लेकिन दूसरी तिमाही में भोपाल पांचवे पायदान पर आया। जब निगम ने परिणामों की समीक्षा कि तो स्वच्छता एप व कॉल सेंटर पर होने वाली शिकायतों के निराकरण और घरों व संस्थानों से सीवेज कलेक्शन में नंबर ही नहीं मिले।
नगर निगम ने इस मामले को लेकर केंद्रीय शहरी मंत्रालय को ईमेल भी किया है। साथ ही दूसरी तिमाही के परिणामों पर दोबारा परीक्षण करने का आग्रह किया है। अधिकारियों ने बताया कि स्वच्छता एप के माध्यम से गंदगी की स्पॉट फोटो खींचकर अपलोड करने की व्यवस्था की गई है। अपडोल फोटो व जानकारी उस क्षेत्र के एएचओ तक पहुंचती है। सफाई व्यवस्था को दुरुस्त कर एचएओ भी उसी स्थान का एक फोटो अपलोड करता है।- साथ ही शिकायतकर्ता भी एप पर कार्रवाई पर फीडबैक दे सकता है। निगम अधिकारियों का दावा है कि इस कार्य में निगम ने काम किया है। जबकि, सर्वे में जीरो नंबर दिए गए हैं। इसी प्रकार सीवेट ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर भी टीम ने नगर निगम को अंक नहीं दिए। इससे दूसरी तिमाही में हुए सर्वेक्षण में निगम की रैंकिंग गिरी है। अपर आयुक्त राजेश राठौर ने बताया कि इस रैंकिंग के सुधार के लिए व सही अंक के लिए ई-मेल के जरिए सुधार की मांग की गई है।