- कोलार और हबीबगंज का इलाका टॉप पर
नए साल में भी दर्ज हुए रेप के कई केस
भोपाल पुलिस के लाख दावे के बावजूद 2019 में राजधानी भोपाल में महिलाओं को प्रति अपराध के मामले बढ़े हैं। 2018 की तुलना में 2019 में 5 फीसदी महिला अपराध के मामले बढ़े हैं। पुलिस के आंकड़े के अनुसार भोपाल में हर दिन रेप के एक और छेड़खाी के दो मामले दर्ज किए गए। 2019 में भोपाल में रेप के 318 और छेड़खानी के 617 मामले दर्ज हुए। अपराध के मामले में कोलार और हबीबगंज 2019 में भी टॉप में रहा।
रिपोर्ट के अनुसार रेप और छेड़खानी के मामले 2018 की तुलना में 2019 में मामूली गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन अपहरण के मामले 26 फीसदी का उछाल आया है। 2018 में जहां महिलाओं और लड़कियों के 373 अपहरण के मामले दर्ज किए गए थे जबकि 2019 में 471 अपहरण के मामले दर्ज किए गए। 2018 में भोपाल में महिला अपराध के कुल 3461 और 2019 में 3614 मामले दर्ज किए गए।
ये हैं खौफनाक वारदात
26 फरवरी 2019 को भोपाल के कटारा हिल्स में एक ऐसा ही मामला सामने आया था। जब एक 16 वर्षीय छात्रा को 22 साल के लड़के ने अपहरण कर लिया। पार्क में चाकू की नोंक पर उसके साथ रेप किया। इस घटना से पीड़िता और उसके परिवार के लोग इतने सहम गए अगले दिन शाम को पुलिस से संपर्क करने का साहस जुटा सके। बाद में आरोपियों ने कटारा हिल्स पुलिस के समझ समर्पण कर दिया।- इसी तरह भोपाल के कोहेफिजा इलाके की नाबालिग लड़की के साथ दो लड़कों ने मनुआभान की टेकरी में एक मई को रेप के बाद पत्थर से कूच कर हत्या कर दी। इसके बाद नौ जून को कमला नगर स्थित एक झुग्गी में दस वर्षीय नाबालिग के साथ उसके पड़ोसी ने रेप किया।
नए साल में भी दर्ज हुए रेप केस
वहीं, नए साल में भी रेप नाबालिग के साथ रेप के कुछ केस दर्ज हुए हैं। साल के शुरुआती तीन दिन में भोपाल के निशातपुरा थाना क्षेत्र में एक तेरह वर्षीय छात्रा के साथ रेप की घटना सामने आई। इसके साथ ही गोविंदपुरा पुलिस स्टेशन में भी गुरुवार को रिश्तेदार ने ही पांच वर्षीय बच्ची के साथ रेप किया।
- वहीं, चाइल्ड लाइन के डायरेक्टर अर्चना सहाय ने कहा कि एनसीआरबी के जो रिपोर्ट आए हैं, उसके अनुसार नाबालिग के साथ जो अपराध के मामले दर्ज हुए हैं, उसमें 95-97 फीसदी लोग रिश्तेदार ही हैं। इसलिए महत्वपूर्ण है कि अपने बच्चों को बैड और गुड टच के बारे में समझाए।
टॉप पर कोलार और हबीबगंज
भोपाल में महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराध की घटनाएं कोलार और हबीबगंज में घटित हुई है। इसके बाद छोला, निशातपुरा, गोविंदपुरा, अशोका गार्डन, जहांगीराबाद, पिपलानी और ऐशबाग पुलिस स्टेशन है। मीडिया से बात करते हुए डीआईजी इरशाद वली ने कहा कि पुलिस लगातार एनजीओ के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चला रही है। ज्यादा फोकस आर्थिक रूप से कमजोर और स्लम एरिया में हैं। क्योंकि यहीं से ज्यादा केस आते हैं। साथ ही पुलिस ने वैसी जगहों को चिह्नित भी किया है जहां से छेड़खानी और ईव टीजिंग के मामले ज्यादा सामने आते हैं। मैत्री और शक्ति की टीम लगातार वहां विजिट करती है।