स्वच्छता सर्वे 2020 / दो सर्वेक्षण में भोपाल की देश में ओवरऑल रैंकिंग चाैथी; अंतिम नतीजों में टॉप थ्री में रहने की संभावना

 



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  2. पहली-दूसरी लीग में इंदौर ने टॉप किया, भोपाल थोड़ा सा पीछे चल रहा है
    स्वच्छता सर्वेक्षण के अंतिम नतीजे मार्च 2020 में एनाउंस होते हैं


भोपाल. स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के पहले और दूसरे क्वार्टर के नतीजेमंगलवार को जारी किए गए। पहली लीग में जहां इंदौर ने टॉप किया, वहीं भोपाल थोड़ा सा पीछे रहकर दूसरे पायदान पर रहा।सर्वेक्षण दूसरे क्वार्टर में भोपाल खिसककर पांचवें नंबर पर पहुंच गया, लेकिन इंदौर इसमें भी टॉप पोजीशन पर रहा। पहले क्वार्टर में पांच नंबर पर रहने वाला राजकोट छलांग लगाते हुए सीधे दूसरे नंबर पर पहुंच गया। बता दें कि स्वच्छता सर्वेक्षण2017 और 2018 में भोपाल को दूसरी रैंक मिली थी लेकिन 2019 की रैंकिंग में भोपाल टॉप टेन से बाहर हो गया था। तब वह खिसककरदेश में 19वें पायदान पर आ गया था।


टॉप पांच शहरों में इंदौर के बाद राजकोट, नवी मुंबई, वडोदरा और पांचवें नंबर पर भोपाल है। हालांकि नगर निगम भोपाल को आखिरी राउंड में और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। भोपाल ने पहली लीग में 1830 अंकों में से 1523.31 हासिल किए। वहीं दूसरे लीग में 1825 में 1499.23 अंक आए।



  1. भोपाल के टॉप थ्री में रहने की पूरी संभावना
    इस बार देशभर के 3971 शहर इसमें शामिल हैं। वहीं 10 लाख से 25 लाख आबादी वाले शहर में 49 शहर शामिल किए गए हैं। इसमें पहली और दूसरी तिमाही में भी इंदौर टॉप पर है। वहीं भोपाल पहली तिमाही में दूसरे और दूसरी तिमाही में पांचवें नंबर पर है। ओवर ऑल कटेगरी में भोपाल चौथे नंबर पर है। नगर निगम भोपाल को अंतिम स्वच्छता रैंकिंग में टॉप थ्री में रहने की उम्मीद है।


कचरा निपटान में पीछे रह गया भोपाल
भोपाल कचरा निपटान में इंदौर से काफी पीछे रह गया। भोपाल मानक के अनुसार, कचरे का सेग्रीगेशन करने में विफल रहा है, यहां पर अब भी सूखे और गीले कचरे की प्रोसेसिंग नहीं हो पा रही है। वहीं इंदौर ने कचरा निपटान में काफी काम किया है, यहां पर ट्रेचिंग ग्राउंड में ऑटोमैटिक मशीन के जरिए कचरा निपटान होता है। सेंसर के जरिए कचरा अलग-अलग छंट जाता है। सूखे कचरे को प्रोसेस किया जाता है जबकि गीले कचरे से खाद बनती है।


इन पांच बिंदुओं पर हुआ आकलन
अब तक हुए दो सर्वे के अनुसार 50 फीसदी सर्वे पूरा हो गया है। इसमें 25-25 फीसदी अंक थे अंतिम सर्वे 50 फीसदी का पूरा हो गया। अभी ऑनलाइन डाटा अपलोड करने के साथ ही मुख्यत: पांच बिंदुओं पर आकलन किया गया है। इसमें कचरा संग्रहण, कचरा प्रोसेसिंग यानी निपटान, कचरा फैलाने वालों पर सजा और जुर्माना किस प्रकार और कितना किया, इसके अलावा थोक में निकले कचारा का निपटान किया प्रका किया गया। वहीं ट्रेंचिग ग्राउंड पर किस प्रकार कचरे को अलग कर निपटान किया।



  1. पहली तिमारी में इंदौर, भोपाल, सूरत, नासिक और राजकोट
    दूसरी तिमाही में इंदौर, राजकोट, नवी मुंबई, वडोदरा, भेापाल
    ओवर ऑल रैंकिग में इंदौर, जुनार, लोनावाला, भोपाल, सूरत