- विधायक राम बाई बोली मेरे बयान को मीडिया ने तोड़—मोड़ कर पेश किया
दूसरे बसपा विधायक संजीव बोले मायावती का फैसला सर्वोपरि
बीएसपी विधायक रामबाई का विवादित बयान, कहा बीएसपी विधायक रामबाई का विवादित बयान, कहा
हमेशा विवादों में रहने वाली पथरिया विधायक रामबाई एक बार फिर नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करने पर विवादों में घिर गई हैं। रामबाई ने एक दिन पहले नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी थी। बसपा प्रमुख मायावती ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए टवीट कर कहा है कि बसपा में अनुशासनहीनता करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। फिर वह चाहे हमारी विधायक क्यों न हो। उन्होंने टवीट कर दमोह जिले की पथरिया विधायक को निलंबित कर दिया है। इतना ही नहीं मायावती ने रमाबाई के पार्टी कार्यक्रम में भाग लेने पर भी रोक लगा दी गई है। बता दें कि बसपा ने नागरिकता संशोधन कानून को असंवैधानिक बताते हुए संसद में इसके खिलाफ वोटिंग की थी।
बसपा प्रमुख मायावती के इस कदम का मध्यप्रदेश से ही बसपा के दूसरे विधायक संजीव सिंह कुशवाह ने उचित बताते हुए कहा कि बहनजी का फैसला सर्वोपरि है। उस पर किसी तरह का कोई प्रश्नचिन्ह नहीं लग सकता।- इधर भाजपा ने रामबाई के इस बयान के समर्थन में आ गई है। भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि बसपा सुप्रीमो सच की आवाज दबाना चाहती हैं। वह अपने विधायक की आवाज दबाना चाहती है। बसपा में लोकतंत्र नहीं है विधायकों को सच को सच कहने से पहले पार्टी हाईकमान की मंजूरी लेना आवश्यक है। इधर राबाई ने साफ किया है कि वे बसपा में थी, हैं और रहेंगी। उन्होंने कहा कि मुझे नागरिकता संशोधन कानून ठीक लगता है इसलिए उसका समर्थन किया है।
उन्होंने कहा कि मैं बहनजी को मना लूंगी। जरुरत पढ़ने पर माफी भी मांग लूंगी। रामबाई ने यह भी कहा कि मीडिया ने मेरे बयान को तोड़—मोड़ कर पेश किया है। जिससे यह बवाल खड़ा हुआ है। मैं बहनजी को मना लूंगी।
बसपा मुखिया मायावती ने ट्वीट कर लिखा, 'बसपा अनुशासित पार्टी है और इसे तोड़ने पर पार्टी के एमपी और एमएलए आदि के खिलाफ भी तुरन्त कार्रवाई की जाती है। इसी क्रम में मध्य प्रदेश के पथेरिया से बसपा विधायक रमाबाई परिहार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करने पर उनको पार्टी से निलम्बित कर दिया गया है। उनपर पार्टी कार्यक्रम में भाग लेने पर भी रोक लगा दी गई है।'