बुंदेलखंड में अवैध खनन के खेल में प्रशासन लाचार बना हुआ है l छतरपुर जिले के गौरिहार पुलिस थाने का थाना प्रभारी बनने के लिए मची होड़ थमने का नाम नहीं ले रही है l 10 दिन पहले गौरिहार के थाना प्रभारी रहे विनायक शुक्ला को बदलकर उनकी जगह छतरपुर सिविल लाइन टीआई रहे अरविंद दांगी की पदस्थापना की गई थी l अरविंद दांगी 10 दिन का समय ही नहीं बता पाए कि एक बार फिर से गौरिहार थाने का प्रभारी बदल दिया गया है l अरविंद दांगी की जगह भगवां टीआई सौरभ त्रिपाठी को भेजा गया है l वहीं अरविंद दांगी को भगवां में पदस्थ किया गया है l पुलिस से मिली जानकारी अनुसार सौरभ त्रिपाठी को गौरिहार का थाना प्रभारी बनाने के लिए छतरपुर जिले के सत्ताधारी विधायकों ने भोपाल मंत्रालय से निर्देश दिलवाए l उधर बुंदेलखंड के छतरपुर जिले में अवैध खनन का कारोबार में विधायकों के साथ ही छतरपुर जिले के जिला खनिज अधिकारी अमित मिश्रा और खनिज इंस्पेक्टर अजय मिश्रा सेटिंग में संलग्न होकर रेत का अवैध व्यापार करवा रहे हैं, जिससे सरकार को करोड़ों रुपए की क्षति हो रही है l गौरतलब है कि रेत के लिए मशहूर गौरिहार क्षेत्र में मोटी कमाई के लिए पुलिस अफसर थाना प्रभारी बनने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाते रहते हैं l लेकिन मामला चाहे जो भी हो बार बार थाना प्रभारी बदले जाने से खनिज विभाग और क्षेत्रीय विधायकों पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं l क्षेत्र की कानून व्यवस्था पर भी खासा असर पड़ता है l गौरिहार के साथ साथ खजुराहो थाना प्रभारी को भी बदल दिया गया है l खजुराहो की कमान पुलिस लाइन में पदस्थ बृजेश मालवीय को सौंपी गई है
खनिज रेत के खेल में हलाकान प्रशासन: 10 दिन में दूसरी बार बदला गया थाना गौरिहार का थाना प्रभारी, खनिज विभाग एवं क्षेत्रीय विधायकों पर भी सवालिया निशान