जॉन नंबर 12  के नगर निगम के लापरवाह अधिकारी और कर्मचारी की दास्तान बयां करता सुदामा नगर का नाला

 


भोपाल । मध्य प्रदेश सरकार चाहे कितनी भी स्वच्छता के मिशन को लेकर बड़बोले बोल बोल दे लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है नगर निगम अधिकारियों द्वारा स्वच्छ मिशन की खुलती पोल सामने आ



  1. रही है जोन 12 के वार्ड नंबर 44 में नगर निगम अधिकारी कर्मचारी बदसूरत महिला के मेकअप की तरह कार्य को अंजाम देते नजर आ रहे हैं                                 


वार्ड नंबर 44 सुदामा नगर के लोग इन दिनों नगर निगम की लापरवाही के शिकार हो रहे हैं जिस कारण उनकी मजदूरी की कमाई इलाज के लिए डॉक्टरों को देनी पड़ रही है सुदामा नगर के अधिकतर नालों को सफाई के नाम पर जादू की छड़ी चला रहे हैं नालों में सफाई नहीं होने के कारण डेंगू मलेरिया जैसी  भयंकर बीमारियों से  लोग जूझ रहे हैं एवं भय के साए में जीवन यापन कर रहे हैं जब के समय-समय पर नगर निगम दावा कर रही है कि भोपाल स्वच्छता के लिए खांसी मशक्कत कर रहा है पदाधिकारी अपनी पगार के लिए सिर्फ नगर निगम में ड्यूटी बजा रहे जिसका सीधा उदाहरण दीवानगंज एक्सप्रेस समाचार के जांच में सामने आया बात करें तो सिर्फ सुदामा नगर ही ऐसी बस्ती नहीं है यहां पर सफाई के नाम लोगों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और भी कई भागों में सिर्फ अधिकारी कर्मचारी निगम की तनखा पाने के लिए अपनी ड्यूटी को कुर्सी पर बैठकर एवं चुटकुले सुना कर पूरी कर रहे हैं जोन 12 क सबसे खराब हाल zo चुटकुले सुना कर अपना और कर्मचारियों का समय काट रहे हैं ऐसे ही हाल सिविल इंजीनियर महोदय का भी है निर्माण कार्य जहां पर बरसात के कारण रोड एवं नालों की दुर्दशा भी देखने से बन रही है  इंजीनियर ना तो कभी अपनी सीट पर मौजूद नहीं रहते हैं और लोगों से फोन पर चर्चा करते हैं अगर कोई व्यक्ति काफी मशक्कत के बाद जोन अधिकारी तक भी पहुंच गया तो जोन अधिकारी उनको कार्य जल्द पूर्ण होने का आश्वासन देकर चलता कर देते हैं क्या निगम के आला अधिकारी अब सिर्फ अपनी पगार के लिए निगम में नौकरी कर रहे हैं यह चिंता का विषय है