दिग्गजों में घबराहट मध्य प्रदेश की सियासत में मचा बवाल: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह रहेंगे या होगी छुट्टी, कांग्रेस में खत्म होगा प्रदेश अध्यक्ष का इंतजार मुख्यमंत्री कमलनाथ की निगम मंडलों की कवायत

  1. मध्य प्रदेश में राजनीतिक दल नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए जमावट कर रहे हैं। इससे पहले प्रदेश की सियासत में बड़ा बदलाव होने की संभावना है। यह बदलाव चालू साल समाप्त होने तक हो सकता है। यानी अगले 50 दिन के भीतर मप्र के दोनों प्रमुख दल कांग्रेस एवं भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष मिल सकते हैं। साथ ही प्रदेश सरकार कांग्रेस के गिने-चुने नेताओं को निगम मंडलों में नियुक्ति दे सकती है। यदि प्रदेश कांग्रेस में अंदरूनी तौर पर चल रही खींचतान जारी रही तो मुख्यमंत्री कमलनाथ जल्द ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार एवं फेरबदल कर सकते हैं l भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह रहेंगे या होगी छुट्टी
    भारतीय जनता पार्टी में संगठन चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। मंडल में चुनाव प्रक्रिया 8 एवं 9 नवंबर को होना थी, लेकिन अयोध्या फैसले के चलते देश भर में कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के मद्देनजर भाजपा ने मंडल स्तर का चुनाव कार्यक्रम टाल दिया था। इसके बाद जिले और फिर दिसंबर के अंत में प्रदेशाध्यक्ष के नाम पर मुहर लग जाएगी। मौजूदा भाजपा प्रदेशाध्क्ष राकेश सिंह को फिर से कमान मिलने की संभावना है,लेकिन आधा दर्जन अन्य नेता भी प्रदेशाध्यक्ष की दौड़ में शामिल हैं। निकाय एवं पंचायत चुनाव से पहले भाजपा की नई कार्यकारिणी बनकर तैयार हो जाएगी। जिसमें कई नई चेहरे शामिल होंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के 17 दिसंबर 2018 को मुख्यमंत्री बनने के बाद से कांग्रेस में नई पीसीसी चीफ को लेकर मशक्कत चल रही है। लेकिन नेताओं की आपसी गुटबाजी और खींचतान के चलते हाईकमान पीसीसी चीफ को लेकर फैसला नहीं कर पाया है। लोकसभा चुनाव के बाद कमलनाथ पीसीसी चीफ का पद छोडऩे का ऐलान भी कर चुके हैं, लेकिन हाईकमान के निर्देश पर वे यह जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। कांग्रेस हाईकमान मध्य प्रदेश कांगेस के अध्यक्ष के लिए कई बार बैठक कर चुका है, लेकिन हर बार नाम पर सहमति नहीं बन पाई। संभवत:साल खत्म होने से पहले इस पर फैसला हो सकता है।