- भोपाल/ देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था के बीच मध्य प्रदेश को महंगाई की मार कुछ ज्यादा ही झेलनी पड़ रही है। रोज़ाना पेट्रोल डीजल के दामों में उछाल देशव्यापी समस्या बना हुआ है। वहीं, कुछ दिनों पहले सूबे की कमलनाथ सरकार ने प्रदेशवासियों को बड़ा झटका देते हुए पेट्रोल और डीजल की कीमत पर पांच फीसदी वैट बढ़ाया था। वैट बढ़ाए जाने के बाद प्रदेश में पेट्रोल 2.91 रुपये और डीजल 2.86 रुपये लीटर की सीधी बढ़त हुई। हालांकि, इससे पहले जुलाई माह में केन्द्रीय बजट पैश किये जाने के दौरान केन्द्र सरकार और राज्य सरकार ने पेट्रोल डीज़ल के दामों पर दो दो रुपए एक्साइज़ ड्यूटी और स्पेशल ड्यूटी लगाई थी। उस समय भी एकदम से प्रदेश की जनता की जैब पर 4 रुपये प्रति लीटर का भार बढ़ गया था। फिलहाल, मंगलवार को एक बार फिर पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी हुई है।
- रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे पेट्रोल के दाम
- मध्य प्रदेश में रोजाना पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। मंगलवार को एक बार फिर पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी हुई। आज खुले पेट्रोल के दाम 83.00 पैसे प्रति लीटर हैं। कल से लेकर आज तक पेट्रोल के दामों में 12 पैसे प्रति लीटर की दर से बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हालांकि, आज बढ़े पेट्रोल के दामों ने प्रदेश में रिकॉर्ड कायम किया है। क्योंकि, इससे पहले प्रदेश में अब पेट्रोल के दाम 83 रुपये नहीं पहुंचे थे। वहीं, डीज़ल के दामों पर नज़र डालें तो एमपी में आज इसकी कीमत में भी बढ़ोतरी हुई है। एमपी में आज डीज़ल के दाम 72.64 पैसे प्रति लीटर ही दर्ज किये गए, जो कल से लेकर आज तक मामूली 03 पैसा प्रति लीटर बढ़े हैं। वहीं, प्रदेश के मुख्य शहरों में पेट्रोल डीजल के दामों पर नज़र डालें तो, यहां थोड़ा अलग उतार चढ़ाव देखने को मिला है।
- लोगों में दिखी नाराजगी
- पेट्रोल डीजल के आसमान छूते दामों पर प्रदेश की जनता भी खासी नाराज नजर आ रही है। लोगों का मानना है कि, महंगाई को कंट्रोल करने में सरकार के सभी प्रयास विफल नजर आए हैं। लोगों का कहना है इसमें केन्द्र और प्रदेश सरकार दोनो ही जिम्मेदार हैं। एक तरफ रोजमर्रा के इस्तेमाल की अन्य चीजें भी खरीदकर आजीविका बसर कर पाना वैसे ही असंभव हो गया है। साथ ही, पेट्रोल डीजल के बढ़ते दाम आम व्यक्ति की जेब पर चौतरफा वार कर रहे हैं। भोपाल निवासी रवि कुमार अग्रवाल का कहना है कि, प्रदेश और केन्द्र सरकार को पेट्रोल डीजल के दामों पर एक बार फिर गंभीरता से विचार करना चाहिए। ये जनता के साथ पूरी तरह से छलावा किया जा रहा है। पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों का असर ट्रांसपोर्टेशन पर पढ़ता है। जिसका प्रभाव रोजाना की खरीदी जाने वाली हर चीज पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि, अगर ऐसा ही चलता रहा, तो जल्दी ही एक बार फिर जनता विरोध पर उतर आएगी।
बिगड़ती अर्थव्यवस्था के बीच मध्य प्रदेश को महंगाई की मार कुछ ज्यादा झेलना पड़ रही है